कंप्यूटर वाइरस और वॉर्म क्या होते है ? Featured

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आज के इस आर्टिकल में हम देखेंगे कंप्यूटर की दुनिया में मालवेयर क्या होता है। मालिसियस सॉफ्टवेयर को संक्षिप्त रूप में मालवेयर (Malicious +software=Malware) कहा जाता है।

मालवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जिसका उद्देश्य कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुंचाना , डेटा चोरी करना और कंप्यूटर सिस्टम में गड़बड़ी पैदा करना होता है। मालवेयर का आपके कप्म्यूटर पर हमले का मुख्य कारण होता है आपके द्वारा इंटरनेट से अनधिकृत तरीके से डाउनलोड की गई फाइल्स। अगर आप इंटरनेट से कोई भी अवैध तरीके से पायरेटेड गेम्स , सॉफ्टवेयर या गाने डाउनलोड करते है तो आपका कंप्यूटर मालवेयर से संक्रमित हो सकता है। इंटरनेट पर बहोत सारी वेबसाइट है जिस पर से आप फ्री में पायरेटेड गेम्स , सॉफ्टवेयर या गाने डाऊनलोड कर सकते है। लेकिन दोस्तों इस दुनिया में कुछ भी फ्री/मुफ्त नहीं होता है। लेकिन ये बात सच है की पायरेटेड चीजों के डाऊनलोड के साथ मालवेयर फ्री में मिल जाता है। मालवेयर संक्रमण का दूसरा तरीका है कंप्यूटर में लगाई जाने वाली रिमूवेबल डिवाइस । यदि आपने ऐसी कोई पेन ड्राइव या मेमोरी कार्ड अपने सिस्टम में लगाया, जिसमें पहले से मालवेयर है, तो यह आपके सिस्टम के लिए खतरनाक हो सकता है और आपका कंप्यूटर मालवेयर से संक्रमित हो सकता है।

वाइरस, वॉर्म , ट्रोजन और रैंसमवेयर मालवेयर के विभिन्न प्रकार है। अब हम विस्तार से हर एक मालवेयर के प्रकार को देखेंगे। सबसे पहले देखते है वायरस के बारे में।

वायरस :
आप सभी ने रोज़मर्रा की ज़िंदगी में वायरस का नाम सुना ही होगा। हाल ही में कोरोना वायरस ने तो सभी और हड़कंप मचा दिया है। जैसे मानव जीवन में वायरस होते है वैसेही कंप्यूटर के विश्व में भी वायरस होते है। वायरस एक विशिष्ट प्रकार का मैलवेयर है जो होस्ट सिस्टम पर अन्य सॉफ़्टवेयर फाइल्स को संक्रमित करता है और संक्रमित फाइल खोलने या चलाने के बाद खुद ही फैल जाता है। यह ज्यादातर तब फैलता है जब संक्रमित फाइल्स को अन्य कंप्यूटर के बीच साझा किया जाता है। यह परजीवी की तरह कार्य करता है। लगभग सभी वायरस executable फ़ाइल से जुड़े होते हैं, जिसका अर्थ है कि वायरस सिस्टम पर मौजूद रहता है लेकिन तब तक सक्रिय या फैलने में सक्षम नहीं होगा जब तक कोई उपयोगकर्ता मालिसियस होस्ट फ़ाइल या प्रोग्राम को चलाता या खोलता नहीं है। अगर आपका कंप्यूटर सिस्टम वायसर से संक्रमित है तो , वायरस आपका डेटा या फाइल्स डिलीट कर सकता है या फाइल को करप्ट कर सकता है।

वॉर्म :

वॉर्म कंप्यूटर वायरस की तरह ही होता है। दोनों में फरक सिर्फ इतना है की वाइरस को फैलने के लिए होस्ट फ़ाइल की जरुरत होती है लेकिन वॉर्म एक ऐसा प्रोग्राम होता हैं जो होस्ट फ़ाइल के उपयोग के बिना ही अपने आप को फैलाता है। इसी कारण वाइरस की तुलना में वॉर्म तेजी से फैलता है। अगर आपका कंप्यूटर वॉर्म द्वारा संक्रमित हो जाता है तो, वॉर्म एक ही फाइल की बहुत सारी कॉपी बना देता है जिसकी वजह से आपका कंप्यूटर धीमा चलता है।

दोस्तों आज हमने देखा की कंप्यूटर की दुनिया में वायरस और वॉर्म का क्या मतलब होता है। आशा करता हु की आपको अच्छे से समझमे आया होगा। अगले आर्टिकल में हम देखेंगे की कंप्यूटर की दुनिया में रैंसमवेयर क्या होता है।

इसी के साथ आपसे अलविदा लेते है।

धन्यवाद्।